संक्षेप में, 2025 के अंत में चीन के इस्पात बाजार में कम कीमतें, मध्यम अस्थिरता और चुनिंदा सुधार देखने को मिलेंगे। बाजार की भावना, निर्यात वृद्धि और सरकारी नीतियां अस्थायी रूप से समर्थन प्रदान कर सकती हैं, लेकिन यह क्षेत्र संरचनात्मक चुनौतियों का सामना करना जारी रखेगा।
निवेशकों और हितधारकों को इस पर ध्यान देना चाहिए:
अवसंरचना और निर्माण परियोजनाओं में सरकारी प्रोत्साहन।
चीनी इस्पात निर्यात और वैश्विक मांग में रुझान।
कच्चे माल की लागत में उतार-चढ़ाव।
आने वाले महीने यह निर्धारित करने में महत्वपूर्ण होंगे कि इस्पात बाजार स्थिर होकर गति प्राप्त कर सकता है या कमजोर घरेलू खपत के दबाव में बना रह सकता है।